Category: ज्योतिष

नवग्रह शृंखला - बृहस्पति नवम भाव में स्थिति 1 day ago

🟡 बृहस्पति नवम भाव में (Jupiter in the 9th House) भाव स्वरूप: नवम भाव को “भाग्य भाव”, “धर्म भाव”, “गुरु भाव” और “विदेश यात्रा व उच्च शिक्षा भाव” भी कहा जाता है। यह भाव व्यक्ति के भाग्य, धर्म, …

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बृहस्पति - बुध युति के फल - ज्ञान प्राप्ति योग 1 day ago

🟡🟩 बृहस्पति – बुध युति के फल (Jupiter – Mercury Conjunction in Vedic Astrology) यह युति “ज्ञान और तर्क”, “धर्म और बुद्धि”, “शास्त्र और व्यवहार” का संगम मानी जाती है। बृहस्पति (गुरु) और बुध (बुद्धि, संवाद) का मिलन …

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बृहस्पति - सूर्य युति के फल - उच्च पद प्राप्ति योग 1 day ago

☀️🟡 बृहस्पति – सूर्य युति (Jupiter Sun Conjunction) के फल सूर्य + बृहस्पति की युति को “गुरु आदित्य योग” कहा जाता है। यह युति यदि शुभ भावों में हो, तो व्यक्ति को ज्ञान, नेतृत्व, धर्म, उच्च पद, और …

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(उच्च पद और मान सम्मान) बृहस्पति दशम भाव में 1 day ago

🟡 बृहस्पति दशम भाव में (Jupiter in the 10th House) भाव का स्वरूप: दशम भाव को “कर्म भाव”, “व्यवसाय भाव”, और “राजकीय मान-सम्मान” का भाव कहा जाता है। यह जीवन में कर्म, कैरियर, पेशा, यश, शासन, प्रतिष्ठा, सामाजिक …

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बृहस्पति करते हैं हर इच्छा पूरी - एकादश भाव में 1 day ago

🟡 बृहस्पति एकादश भाव में (Jupiter in 11th House) भाव अर्थ: एकादश भाव को “लाभ भाव”, “कामना पूर्ति भाव”, और “मित्रों का भाव” माना जाता है। यह भाव धन, लाभ, बड़े नेटवर्क, महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति, सामाजिक प्रतिष्ठा और …

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बृहस्पति की शुभ पंचम, सप्तम और नवम दृष्टि के फल - बड़े से बड़े दोष को निष्फल कर दे 1 day ago

🟡 बृहस्पति की दृष्टियाँ और उनके विशेष शुभ फल बृहस्पति (Jupiter) वैदिक ज्योतिष में एकमात्र ग्रह है जिसे तीन विशेष दृष्टियाँ (Aspects) प्राप्त हैं: पंचम दृष्टि (5th aspect) सप्तम दृष्टि (7th aspect) नवम दृष्टि (9th aspect) इन दृष्टियों …

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मोक्ष या जीवन पर्यन्त संघर्ष - बृहस्पति कुंडली के द्वादश भाव में 1 day ago

🟡 बृहस्पति (Jupiter) कुंडली के द्वादश भाव में भाव अर्थ: द्वादश भाव को ‘व्यय भाव’ (12th House) कहते हैं। यह खर्च, विदेश, मोक्ष, ध्यान, हानि, त्याग, और परोपकार का सूचक होता है। 🌟 बृहस्पति – एक शुभ ग्रह …

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गज केसरी योग - इस से ज्यादा शुभकारी योग और कोई नहीं 1 day ago

गजकेसरी योग – क्यों है यह विशेष? गज (हाथी) + केसरी (सिंह) = राजसी, बलशाली, बुद्धिमान व्यक्तित्व का प्रतीक योग 🔱 1. ग्रहों का दिव्य मेल गजकेसरी योग चंद्रमा और बृहस्पति – दो सौम्य, शुभ, और मानसिक-आध्यात्मिक बल …

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कैसे देखें जन्म -जन्मों का साथ विवाह में ज्योतिष से 2 days ago

यह एक अत्यंत गूढ़ और सुंदर प्रश्न है: “ज्योतिष के माध्यम से यह कैसे देखें कि किसी से विवाह केवल इस जन्म का नहीं, बल्कि पूर्व-जन्मों का भी संबंध है?” वैदिक ज्योतिष में कुछ ऐसे संकेत (indicators) होते …

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पूर्व जन्मों का आशीर्वाद या चांडाल योग- बृहस्पति केतु युति 2 days ago

🪐 बृहस्पति-केतु युति (Jupiter-Ketu Conjunction) — वैदिक ज्योतिष में विश्लेषण (हिंदी में) बृहस्पति (Jupiter) और केतु (Ketu) की युति को वैदिक ज्योतिष में एक अत्यंत गूढ़, आध्यात्मिक और रहस्यमयी योग माना जाता है। यह संयोजन व्यक्ति के धार्मिक, …

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